नागपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो रातों-रात सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है, दरअसल इस मुद्दे पर कई लोग अपनी प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं मामला मध्य प्रदेश के नागपुर का है जहां एक मुस्लिम बच्चे को 7 साल तक एक हिंदू परिवार ( Hindu family ) ने पाला 7 साल तक मुस्लिम लड़के को अपने घर में ही रखा और अपने बेटे जैसा प्यार दिया। बीते 30 जून को वह लड़का जबलपुर में अपने मुस्लिम माता पिता के पास वापस लौट गया। और बीती 12 जुलाई को लड़का फिर से नागपुर अपनी हिंदू मां का जन्मदिन मनाने पहुंचा जिसने उसे 7 साल तक पाला।
2012 में हुआ था लापता
मिली जानकारी के अनुसार मुस्लिम बच्चा साल 2012 में लापता हो गया था बताया जा रहा है कि वह लड़का मानसिक रूप से विक्षिप्त है, लापता होने के बाद वह अपने बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता था परिजनों के अनुसार बच्चे का नाम आमिर है वह 2012 में अचानक घर से लापता हो गया था.
वह किसी तरह नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंच गया पुलिस को वह अपने घर का पता नहीं बता पा रहा था परिजनों ने बताया कि जब आमिर लापता हुआ उस वक्त उसकी उम्र मात्र 8 साल की थी। बरामदगी के बाद पुलिस ने उसे एक सरकारी बाल गृह में भेज दिया था उस बाल गृह से सामाजिक कार्यकर्ता समर्थन दामले, अपने घर उस बच्चे को ले गए जहां 7 साल तक बच्चे का पालन पोषण किया।
आमिर था अमन
इस साल आमेर यानी अमन एसएससी की परीक्षा में बैठने की तैयारी कर रहा था जिसके लिए उसे आधार कार्ड बनवाना था आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया जब शुरू की गई तो पता चला कि बच्चे का नाम अमन नहीं आमिर है और वह जबलपुर का रहने वाला है सामाजिक कार्यकर्ता दामले ने इसके पिता आयु खान से मिलवाने की प्रक्रिया शुरू की और 30 जून को आमिर आखिरकार अपने मुस्लिम मां बाप के पास वापस लौट गया जिसके बाद 12 जुलाई को वह अपनी हिंदू मां का जन्मदिन मनाने नागपुर पहुंचा।
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