Hathras Case के बाद देश भर में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। कथित सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर हर जगह अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच रविवार को लखनऊ में इससे संबंधित पोस्टर लगाए गए हैं।
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पोस्टरों में सीएम योगी आदित्यनाथ को बर्खास्त करने की मांग उठाई गई है। साथ ही बेटी को पिस्टल, कटार और तलवार से लैस दिखाया गया है। पोस्टरों के माध्यम से बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए हैं। नारा दिया गया है कि बेटियों की कमर पर अब करधन नहीं पिस्टल, कटार और तलवार की जरूरत। हजरतगंज सहित तमाम जगहों पर दीवारों पर पोस्टर चस्पा कर विरोध प्रदर्शन किया गया है।
प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि इस मामले में दोपहर तीन बजे के करीब कार सवार दो लोग दुबारा पोस्टर लगाने आए। संदेह होने पर कार रोकी। इस पर चालक ने सिपाही को टक्कर मारकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने कसमंडा के पास से शैलेंद्र तिवारी और इमरान को गिरफ्तार कर लिया और कार से भारी मात्रा में पोस्टर बरामद कर लिया।
गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था. मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया.
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इस मामले की जांच करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसने अपनी आरंभिक जांच का काम पूरा कर लिया है. शनिवार को अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने भी हाथरस में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी. इसके अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. दिनभर की गहमागहमी के बीच शाम होते-होते उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी.