Refined Oil or Mustard Oil : हमारा खान-पान हमारी सेहत से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। हम क्या खाते हैं यह हमारी सेहत को दुरुस्त बनाए रखने के लिए बहुत मायने रखता है। आज के वक्त में जब मिलावटी सामान का दौर चल रहा है,ऐसे में हमें अपनी सेहत और खानपान को लेकर काफी ज्यादा चौकन्ना रहने की आवश्यकता है। समय के साथ हमारा खान-पान भी काफी बदल गया है, जिसके कारण बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक में हृदय रोग की समस्या बढ़ती जा रही है। हाई कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) और जंक फूड इसके मुख्य कारण है। ऐसे में यह सवाल काफी आम हो चुका है कि आखिर हमें खाना बनाने के लिए कौन से तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। सरसों का या फिर रिफाइंड ऑयल?
यह एक ऐसा सवाल है जो घर की महिलाओं को अक्सर परेशान करता है? क्योंकि हमारे द्वारा खाया जाने वाला तेल हमारे परिवार की सेहत को नाजुक बना सकता है। अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढते-ढूंढते हम तक पहुंचे हैं। तो परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि हम आपके लिए इस लेख में चीजों को इतना आसान कर देंगे जिससे आपको उचित तेल(Cooking Oil) चुनने में आसानी होगी।
रिफाइंड ऑयल या सरसों का तेल ? (Refined oil or Mustard oil?)
भारतीय घरों में यह दोनों ही किस्म के तेल काफी ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर सरसों का तेल (Mustard oil) ही इस्तेमाल किया जाता है लेकिन हर पकवान सरसों के तेल में बनाना संभव नहीं जिसके कारण लोग रिफाइंड ऑयल (vegetable Refined oil) का प्रयोग करते हैं। रिफाइंड ऑयल (vegetable Refined oil) ज्यादा प्रयोग होने के पीछे का कारण सरसों के तेल के दाम भी हैं। रिफाइंड तेल के मुकाबले सरसों का तेल ज्यादा महंगा मिलता है।
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हालांकि ये दोनों ही तेल पूर्ण रूप से फैट (Fat) है। लेकिन इन दोनों तेलों को बनाने और तैयार करने का तरीका काफी अलग है। एक तरफ जहां सरसों का तेल, सरसों के बीज (Mustard seeds) से निकाला जाता है। वहीं रिफाइंड ऑयल को केमिकल प्रोसेस (chemical process) के बाद तैयार किया जाता है। रिफाइंड ऑयल कई प्रकार का हो सकता है जिसमें सोयाबीन रिफाइंड ऑयल (soybean refined oil) और सनफ्लावर रिफाइंड ऑयल (Sunflower Refined Oil) काफी ज्यादा मार्केट में बेचा जाता है। हालांकि इन दोनों ही तेलों के अपने-अपने फायदे और नुकसान है। चलिए इनके फायदे पर भी नजर डालते हैं।
क्या फायदेमंद है सरसों के तेल का सेवन ? (Is it beneficial to consume mustard oil?)
भारतीय घरों में सरसों के तेल का इस्तेमाल खाना पकाने के अलावा भी और कई कामों में किया जाता है यह त्वचा के लिए काफी ज्यादा अच्छा माना गया है। हालांकि अगर इसकी हिटिंग पॉइंट की बात की जाए तो यह है खाना पकाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। सरसों के तेल को खाना पकाने के लिए अच्छा इसलिए माना गया है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं वही इसमें गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बैड कोलेस्ट्रॉल से काफी ज्यादा होती है। हालांकि सरसों का तेल तभी फायदेमंद माना जाता है जब यह बेहतर तरीके से जल चुका हूं यानी कढ़ाई में तेल पढ़ने के बाद तेल से धुआं निकलने लगा हो। अगर कच्चे ही सरसों के तेल में खाना बना लिया जाता है तो इससे दिल की गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं क्योंकि सरसों का तेल सोयाबीन के मुकाबले गाढ़ा होता है।
क्या वेजिटेबल रिफाइंड ऑयल है फायदेमंद? (Is Vegetable Refined Oil Beneficial?)
ज्यादातर सोयाबीन रिफाइंड ऑयल और सनफ्लावर रिफाइंड ऑयल ही मार्केट में उपलब्ध है। इसने सरसों के तेल की खपत को 45% से ज्यादा कम कर दिया है। हर पांच में से तीन भारतीय घरों में सरसों के तेल से ज्यादा रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। वैज्ञानिक और जानकारों का कहना है कि रिफाइंड ऑयल को बनाने के लिए केमिकल प्रोसेस का इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण इसमें पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी मौजूद होता है। इसके कारण हमेशा रिफाइंड ऑयल को कम इस्तेमाल करना चाहिए। हालांकि तेल में कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी6 और मैग्नीशियम पाया जाता है।
वेजिटेबल रिफाइंड ऑयल या सरसों का तेल ? (Vegetable Refined Oil or Mustard Oil?)
प्राप्त की गई जानकारी से यह पता चलता है कि रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल के मुकाबले सरसों का तेल सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। हालांकि यदि आपको दिल से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या है तो आपको कोई भी प्रकार का तेल कम खाना चाहिए। हम सुझाव देते हैं कि किसी भी तेल को उपयोग करने से पहले पर अपने भोजन का हिस्सा बनाने से पहले अपने न्यूट्रिशन और डाइटिशियन से इस बारे में संपर्क करें ताकि वह आपकी सेहत के अनुरूप आपको बेहतर विकल्प चुनकर दे सके।
नोट : इस लेख में उपलब्ध कराई गई सभी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की गई है। यह किसी भी तथ्य का दावा नहीं करता। किसी प्रकार की समस्या होने पर किसी घरेलू उपाय का पालन न करते हुए फौरन डॉक्टर की सलाह ले।