कोरोना वायरस संक्रमण का दौर चल रहा है और ऐसे में Ganga Dussehra 2021 भी आने वाला है ऐसे में लोग गंगा में स्नान करने के लिए जाने से थोड़ा भयभीत हो रहे हैं और होना भी चाहिए क्योंकि इस देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर अभी हम ही नहीं है और तीसरी लहर के भी आने के संकेत मिल रहे हैं ऐसे में लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि घर के पानी में ही गंगाजल मिलाकर उससे स्नान कर सकते हैं। आज हम जानेंगे कि आखिर क्या ऐसा सच में किया जा सकता है? और क्या है Ganga Dussehra और इसके महत्व ?
क्या है Ganga Dussehra ?
गंगा दशहरा हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर मनाया जाता है जानकारी के अनुसार गंगा दशहरा के पर्व पर हिंदू धर्म का विशेष महत्व माना जाता है इस दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु के साथ मां गंगा की पूजा भी की जाती है इतना ही नहीं गरीबों और ब्राह्मणों को दान पुण्य किया जाता है। कहा जाता है कि अगर गंगा दशहरा के दिन गरीबों को दान किया जाए तो उसका फल कई गुना ज्यादा बढ़ कर मिलता है और सभी तरह से पाप धुल जाते हैं,इसीलिए लोग गंगा में डुबकी लगाने जाते हैं।
क्या घर में कर सकते हैं गंगा स्नान ?
हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार गंगा दशहरे वाले दिन गंगा नदी में स्नान सभी को अवश्य करना चाहिए लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं हो पाता है क्योंकि हर शहर में गंगा नहीं बहती है अगर आप ऐसे इलाके में रह रहे हैं जहां गंगा नदी नहीं है तो आप किसी भी नदी में स्नान कर सकते हैं फालना की कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लोगों से घर में ही स्नान करने की उम्मीद जताई जा रही है ।अगर आप गंगा तक नहीं पहुंच सकते हैं तूफानी में ही गंगा जल मिलाकर स्नान करने से भी गंगा स्नान के समान ही आपको फल प्राप्त होंगे।
कब है Ganga Dussehra ?
जानकारी सामने आई है कि जेष्ठ महीने की दशमी तिथि का आरंभ 19 जून शनिवार को दोपहर 2:09 पर होगा साथ ही इसका समापन 20 जून को रविवार दोपहर 12:02 पर होगा। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करने का विधान होता है पूजा के बाद घर में भी गंगाजल का छिड़काव करने से कई सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं।