उत्तर प्रदेश के सभी टोल प्लाजा पर अब हाथोंहाथ फास्टैग रिचार्ज हो सकेगा। इसके लिए एनएचएआई प्रत्येक प्लाजा पर प्वाइंट ऑफ सेल (पॉस) मशीन की व्यवस्था कर रहा है।
यूपी में स्थित राष्ट्रीय राजमार्गों पर 78 टोल प्लाजा हैं। वर्तमान में प्रत्येक टोल प्लाजा पर दोनों दिशा में एक-एक हाईब्रिड लेन है। यानी, उस लेन में फास्टैग के अलावा नकद भी भुगतान किया जा सकता है। फास्टैग लेन में बिना फास्टैग के आने पर दोगुना टैक्स लिए जाने का प्रावधान है।
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केंद्रीय मंत्रालय ने 15 फरवरी से टोल प्लाजा पर नकद भुगतान की सुविधा खत्म करने की घोषणा की है। किसी भी लेन में नकद भुगतान की सुविधा नहीं मिलेगी। अगर कोई वाहन बिना Fastatg के आएगा तो उससे नकदी में दोगुना टोल टैक्स लिया जाएगा।
एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल 90 प्रतिशत तक टोल टैक्स Fastatg के माध्यम से ही आ रहा है। हालांकि, राजमार्गों पर नियमित रूप से न चलने वाले लोग अभी भी नकद भुगतान कर रहे हैं। इन्हें भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि हर प्लाजा पर फास्टैग की बिक्री की व्यवस्था की जा चुकी है। फास्टैग रिचार्ज करने की व्यवस्था भी कर रहे हैं। अगर किसी वाहन का फास्टैग रिचार्ज नहीं है तो वाहन स्वामी या चालक को प्लाजा से 200 मीटर पहले वाहन रोकना होगा, वह बूथ पर आकर अपने फास्टैग को रिचार्ज करवा सकेगा।
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एनएचएआई, आगरा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुण यादव ने बताया कि कभी-कभी रिचार्ज होने पर फास्टैग को एक्टिव होने में थोड़ा वक्त लगता है, इसलिए यह भी व्यवस्था होगी कि वह वाहन टोल प्लाजा को क्रॉस कर जाए। अगले टोल पर पिछला बकाया भी कट जाएगा।