नई दिल्ली, 20 अगस्त 2024 — संत सनातन सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉक्टर लक्ष्मी नारायण मालवीय ने अक्षय ऊर्जा दिवस के अवसर पर देश और प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस दिन के महत्व को रेखांकित करते हुए सभी से अनुरोध किया कि वे अक्षय ऊर्जा के विकास और उसे दैनिक जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने यह भी कहा कि हमें पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम कर, अधिक से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने का संकल्प लेना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित हो सके।
डॉक्टर मालवीय ने कहा, “नवीकरणीय ऊर्जा का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे प्रदूषण नहीं फैलता है। यह पर्यावरण के अनुकूल होती है और इससे लोगों के स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता। नवीकरणीय ऊर्जा को ऊर्जा का स्थायी स्रोत माना जाता है, क्योंकि ये कभी खत्म नहीं होते। इसके अलावा, नवीकरणीय ऊर्जा स्थायी रोजगार का सृजन करती है और ऊर्जा की कीमतों में कमी ला सकती है।”
उन्होंने आगे बताया कि नवीकरणीय ऊर्जा भी प्राकृतिक स्रोतों का उपयोग करती है, लेकिन ये स्रोत कभी समाप्त नहीं होते। वायु ऊर्जा, सौर ऊर्जा, हाइड्रो पावर, बायोमास, और जियोथर्मल जैसे स्रोतों की बात करते हुए डॉक्टर मालवीय ने कहा, “ये स्रोत कभी समाप्त नहीं होते और इन्हें लगातार नवीनीकृत किया जाता है। यही कारण है कि इन्हें नवीकरणीय ऊर्जा कहा जाता है।”
डॉक्टर मालवीय ने सभी से आग्रह किया कि वे अक्षय ऊर्जा के विकास और इसके उपयोग को प्रोत्साहित करें। “अक्षय ऊर्जा के लाभों को समझते हुए हमें इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाना चाहिए,” उन्होंने जोर देते हुए कहा।
अक्षय ऊर्जा दिवस पर डॉक्टर मालवीय के इस महत्वपूर्ण संदेश से प्रेरित होकर उम्मीद है कि लोग नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग की ओर अधिक ध्यान देंगे और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम उठाएंगे।
यह भी पढ़ें : सावधान : फिर दे सकता है coronavirus दस्तक़! इन 5 तरीकों से करें खुद की हिफ़ाजत