उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर अभी जारी है ऐसे में बीते कुछ समय से ऑक्सीजन को लेकर कई घटनाएं सामने आई हैं जिन्होंने लोगों को हैरान कर दिया वही कुछ लोगों की लापरवाही से भी कई मामले ऐसे सामने आ रहे हैं जो इंसान की सांसो पर बन रहे हैं। दरअसल लखनऊ का एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक महिला ने अस्पताल व निजी एंबुलेंस चालक ( Ambulance driver’s misinformation ) की गलत जानकारी से अपनी जान गवा दी।
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मिली जानकारी की माने तो महिला को लखनऊ से गोरखपुर के अस्पताल ले जाया जा रहा था एंबुलेंस चालक ने परिवार जनों को बताया कि ऑक्सीजन पर्याप्त है लेकिन एंबुलेंस कर्मी की यह जानकारी गलत थी जिसकी वजह से रास्ते में ऑक्सीजन खत्म होने के कारण संक्रमित गर्भवती महिला की मौत हो गई।
क्या है मामला?
दरअसल लखनऊ की रायबरेली रोड, तेलीबाग निवासी 32 साल की पूनम को कोरोना संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया था पूनम 4 से 5 महीने की गर्भवती थी हालात बिगड़ने पर घर वालों ने पहले उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन इलाज के अभाव साथ ही ऑक्सीजन की कमी व धांधली को देखते हुए वहां से निकाला गया।
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इसके बाद 20 अप्रैल को पूनम के घर वालों ने उसे लोक बंधु हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन कराकर किसी तरह भर्ती कराया पूनम के भाई संजय के मुताबिक वहां भी ऑक्सीजन की कमी से इलाज में अफरा-तफरी मचने लगी गर्भवती होने की दुहाई देती रही लेकिन किसी ने भी उनकी नहीं सुनी। इसके बाद पूनम के भाई ने गोरखपुर के अस्पताल में उन्हें भर्ती कराने की व्यवस्था करें लेकिन एंबुलेंस चालक की लापरवाही के कारण पूनम की रास्ते में ही मृत्यु हो गई।
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