विकास दुबे कांड पूरे देश भर में सुर्खियां बटोरा रहा और अंत में विकास दुबे के एनकाउंटर ने पुलिस विभाग पर कई सवाल खड़े किए जिसमें विपक्ष ने काफी हंगामा किया था आपकी जानकारी के लिए बता दें की बिकरू गांव में हुए कांड की जांच के लिए 3 सदस्य जांच आयोग बनाया गया था जानकारी सामने आई है कि पिछले 5 महीनों से यह जांच आयोग 5 महीने से विकास दुबे के मामलों से जुड़ी फाइलों का इंतजार कर रहे हैं लेकिन गैंगस्टर के मुकदमों से जुड़ी 21 फाइलें कहीं गुम हो चुकी है।
जानकारी की माने तो कहा जा रहा है कि लापरवाह पुलिसकर्मियों और अफसरों पर इस पूरे मामले में कड़ी कार्यवाही की जाएगी। बता दे किस खबर के उठने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दी लोग फाइलों के गायब हो जाने पर टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं। ट्विटर पर कुछ यह भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि फाइल गायब हो गई है या कर दी गई है।
दैनिक भास्कर के पत्रकार आदित्य तिवारी द्वारा किए गए ट्वीट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा “उनका काम ही है कि पुरानी फाइलों को गायब कर देना। अगर सही से जांच होती पकड़ करने के बाद उसमें नेता लोग भी आ सकते थे दायरे में उसका एनकाउंटर करा दिया गया उसकी फाइलें तक गायब हो गई अब यह सब ना कानून बनून सब भ्रष्ट हो चुका है”.