South Korea New law on Sexually Explicit AI Content : Sexual explicit Deepkfake कंटेंट आज के टाइम पर इंटरनेट पर बढ़ता जा रहा है, ऐसे में साउथ कोरिया के सांसदों ने सेक्सुअल एक्सप्लिसिट कंटेंट रखने या देखने पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पास कर दिया है। Reuters news agency द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार यह नया कानून गुरुवार को दक्षिण कोरिया की नेशनल असेंबली (National Assembly) द्वारा पारित किया गया। जिसके बाद अब इस बिल को लागू होने से पहले राष्ट्रपति यूं सुक येओल के हस्ताक्षर या अनुमोदन की ज़रुरत है . आपकी जानकारी के लिए बता दें की DEEPFAKE Sexual Explicit कंटेंट कई देशो के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, जिसको देखते हुए साउथ कोरिया नई यह कदम उठाया है।
Deepfake पर मिलेगी बड़ी सज़ा! (South Korea New law on Sexually Explicit AI Content )
South Korea की नेशनल असेंबली में पास हुए बिल की शर्तों के अनुसार, जो कोई भी ऐसी सामग्री खरीदता है, रखता है या देखता है, उसे तीन साल तक की जेल हो सकती है या $22,600 जुर्माना लगाया जा सकता है। बता दें की पहले से दक्षिण कोरिया में sexually Explicit Deepfake डीपफेक Content बनाना पहले से ही अवैध है, जिसका उद्देश्य content को शेयर करना है, जिसमें अपराधियों को यौन हिंसा रोकथाम और पीड़ित संरक्षण अधिनियम के तहत पाँच साल तक की जेल या लगभग $38,000 का जुर्माना हो सकता है। इसके बाद भी कानून में और सख्ती को महसूस किया गया, जिसके बाद यह बिल पास किया गया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यदि नया कानून कानून पूरी तरह बन जाता है, तो डीपफेक पोर्नोग्राफ़ी बनाने के अपराध के लिए अधिकतम सज़ा बढ़ाकर सात साल कर दी जाएगी, भले ही बनाने वाले का इरादा फोटोज, वीडियो को शेयर करने का हो या नहीं।
हाल के वर्षों में दक्षिण कोरिया में Sexually Explicit AI-छेड़छाड़ वाली फोटोज़ और डीपफेक के आदान-प्रदान को लेकर सार्वजनिक आक्रोश रहा है, और पिछले महीने अधिकारियों ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर चैट रूम के माध्यम से कथित तौर पर साझा की जा रही ऐसी सामग्री की जांच शुरू की।
अगस्त में प्रकाशित देश के हनक्योरेह अख़बार के लिए दक्षिण कोरियाई पत्रकार को नारिन द्वारा की गई एक जांच में पाया गया कि सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी की कई महिला स्नातकों के चेहरे यौन रूप से स्पष्ट डीपफेक सामग्रियों पर दिखाई दिए थे, जिन्हें उन पुरुषों द्वारा निर्मित और वितरित किया गया था जिनके साथ उन्होंने अध्ययन किया था।