Navratri Fasting Tips : 3 October 2024 को (Navratri 2024) का पर्व मनाया जा रहा है। यह पर पूरे भारतवर्ष में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, इसमें 9 दिन का व्रत रखकर मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। जिसमें फलाहार का सेवन कर सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं की मानें तो नवरात्रों के इन 9 दिन मां दुर्गा का महिषासुर से युद्ध चला था, जिसमें 9वें मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया था इन पूरे 9 दिनों के अंदर देवताओं ने माता की पूजा अर्चना की और उनके लिए व्रत रखा था। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग 9 दिन का व्रत (navratri Fasting tips) रखने का प्रयास करते हैं।
डायबिटीज के रोगियों को व्रत में हो सकती है समस्या (Diabetes patients may have problems in fasting)
Navratri Fasting Tips : जानिए डायबिटीज के मरीजों को कैसे रखना चाहिए 9 दिन का व्रत! जानिए डायबिटीज के मरीजों को कैसे रखना चाहिए 9 दिन का व्रत! आजकल लोगों को कुछ ऐसी आंशिक बीमारियों ने जकड़ लिया है जो कहीं ना कहीं व्रत रखने पर हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं। इसमें एक बड़ा नाम डायबिटीज (Diabetes) भी है। अगर आप डायबिटीज की समस्या से जूझ रही हैं, तो आपको व्रत रखने पर कुछ बातों का हम ध्यान देना जरूरी है। डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों की सेहत पूरी तरह से खानपान पर टिकी रहती है। कब कितना खाना है? यह सब नियमित किया जाता है। डायबिटीज के रोगियों का ज्यादा वक्त तक भूखे रहना उनकी सेहत पर सीधा प्रभाव डालता है।
हालांकि कि ऐसा नहीं है कि डायबिटीज (Diabetes) के रोगी 9 दिन का व्रत नहीं रख सकते। अगर आप डायबिटीज के रोगी है और 9 दिन का व्रत रखना चाहते हैं तो आपको कुछ सावधानियों और उचित भोजन प्रणाली का सेवन करना पड़ेगा। कब कितना क्या कैसे खाना है यह आपकी मौजूदा शुगर लेवल पर निर्भर करता है। हमारी इस लेख से आपको सामान्य जानकारी प्राप्त हो जाएंगी, हालांकि फिर भी सलाह यह दी जाती है कि डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही किसी भी उपाय का सेवन करें क्योंकि हर किसी का शरीर अलग होता है!
200 mg/dL के पर हो शुगर लेवल तो न रखें व्रत (Do not fast if the sugar level is at 200 mg / dL)
विशेषज्ञों द्वारा डायबिटीज के उन्हीं रोगियों को व्रत रखने की सलाह दी जाती है, जिनका शुगर लेवल काबू में हो या काफी लंबे वक्त से सामान्य स्थिति से चल रहा हो। डायबिटीज के मरीज व्रत रखने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखें कि उनका ब्लड शुगर लेवल 200 mg/dL से ऊपर ना हो। यदि उनका ब्लड शुगर लेवल ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो उन्हें व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे मरीजों को फौरन डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा यदि आप शुगर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का प्रयोग करती हैं, तो आपको व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती।
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अगर रख रही है 9 दिन का उपवास तो इन बातों का रखें ध्यान (If you are fasting for 9 days then keep these things in mind)
- न बंद करें दवाइयों का सेवन (Don’t Stop medicine) Navratri Fasting Tips
कुछ लोग उपवास रखने के दौरान दवाइयों का सेवन करना बंद कर देते हैं ऐसा करना सीधे तौर पर सेहत के साथ खिलवाड़ करना होता है। यदि आप डायबिटीज के रोगी हैं और 9 दिन का उपवास रखने का विचार कर रही हैं तो आपको अपने दवाई समय पर लेना जरूरी है। वक्त पर दवाई लेने से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को काबू में रख सकते हैं, जिससे आपको व्रत रखने में ऊर्जा मिलेगी और आपके 9 दिन आसानी से गुजर जाएंगे।
- नवरात्रि के 9 दिन रोजाना चेक करें अपना ब्लड शुगर लेवल (Check your blood sugar level daily for 9 days of Navratri) Navratri Fasting Tips
व्रत रहने के दौरान जरूरी है कि आप अपना ब्लड शुगर लेवल रोजाना चेक करते रहें। इसमें आपकी फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल और पीपी ब्लड शुगर लेवल शामिल होनी चाहिए। ऐसा इसलिए जरूरी है ताकि आपको अपने ब्लड शुगर लेवल के बारे में जानकारी हासिल होती है यदि हल्का सा भी उतार-चढ़ाव देखने को मिले तो आप डॉक्टर से फौरन परामर्श ले सकें।
3.एक स्वस्थ फलाहार की ओर रुख करें (Turn to a Healthy Fruit Diet)
ज्यादातर लोग व्रत के समय में सिर्फ आलू पर निर्भर हो जाते हैं आलू शुगर लेवल को बढ़ाने के तौर पर जाना जाता है। ऐसे में ही कोशिश करें कि भोजन में कांपलेक्स कार्ब्स और कुछ फाइबर जरूर शामिल हो। साथ ही ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें, यदि आपको ज्यादा सुस्ती और वीकनेस महसूस हो रही हो, फौरन ब्लड शुगर लेवल टेस्ट करें, अगर आपकी शुगर लेवल 100 mg/dL कम आती है तो फौरन किसी ऐसी मिठाई का सेवन करें जो आप व्रत में खा सकते हैं।
- इन लक्षणों पर रखें नजर (Keep an eye on these symptoms) Navratri Fasting Tips
यदि आपका शरीर नवरात्रि के व्रत नहीं बर्दाश्त कर पा रहा है तो आपका शरीर स्वयं आपको कुछ ऐसे लक्षण दिखाएगा जिन्हें देखकर आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है। व्रत के दौरान अगर आपको डार्क यूरिन, सिरदर्द, मतली और उल्टी जैसा महसूस हो तो यह निर्जलीकरण के संकेत हैं इसे किम्बरलेन कहते हैं। ऐसे लक्षणों का अनुभव होने पर आपको उपवास बंद कर देना चाहिए।
नोट : अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन डायबिटीज के रोगियों को डायबिटीज मैनेज करने के लिए व्रत रखने का अनुशंसा नहीं करता है। American diabetes association का कहना है कि जीवनशैली में बदलाव, जिसमें चिकित्सा पोषण चिकित्सा और अधिक शारीरिक गतिविधि शामिल है। ऐसे में उपवास रखने से पहले डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।