Van Mahotsav 2025: उत्तर प्रदेश सरकार इस बार वन महोत्सव 2025 को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 1 जुलाई से 7 जुलाई तक पूरे राज्य में वन महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जो देश में अब तक का सबसे बड़ा पौधरोपण अभियान होगा।
52.33 करोड़ पौधों की तैयारी पूरी, 72 हजार हेक्टेयर भूमि पर रोपण
वन एवं वन्यजीव विभाग के अनुसार अब तक 52.33 करोड़ पौधों की व्यवस्था की जा चुकी है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में 72,912 हेक्टेयर भूमि पर अग्रिम गड्ढा खुदाई और मृदा कार्य पूरा कर लिया गया है ताकि रोपण कार्य सुचारु रूप से हो सके।
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अलग-अलग विभागों ने किया योगदान | Van Mahotsav 2025
वन महोत्सव के लिए पौधों की व्यवस्था में विभिन्न विभागों ने सहयोग किया है। इनमें से:
- वन विभाग: 47.2 करोड़ पौधे
- बागवानी विभाग: 1.55 करोड़ पौधे
- रेशम विभाग: 0.33 करोड़ पौधे
- निजी संस्थाएं: 3.17 करोड़ पौधे
कई तरह के पौधों का रोपण होगा
इन 52.33 करोड़ पौधों में शामिल हैं:
- 18.60 करोड़: सागौन, शीशम जैसे बहुपयोगी वृक्ष
- 10.79 करोड़: आम, अमरूद जैसे फलदार पौधे
- 5.75 करोड़: सहजन, नीम जैसे औषधीय पौधे
- 5.62 करोड़: अमलतास, सिरिस जैसे सजावटी पौधे
- 0.29 करोड़: पीपल, बरगद जैसे विशालकाय छायादार वृक्ष
वन महोत्सव के लिए विस्तृत समीक्षा बैठकें
वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार सक्सेना के नेतृत्व में लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी समेत आठ मंडलों में समीक्षा बैठकें हो चुकी हैं। मेरठ और गोरखपुर में समीक्षा बैठकें जल्द ही होंगी। सभी मंडल प्रभारियों को लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
जनभागीदारी से बनेगा हरियाली का अभियान
वन विभाग के नोडल अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि वन महोत्सव की सफलता के लिए एनजीओ, विद्यालय, कॉलेज, स्वयंसेवी समूहों और सामाजिक संगठनों की मदद ली जा रही है। राज्यभर में जनजागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोग पौधरोपण में भाग लें।
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पर्यावरण की दिशा में बड़ा कदम
वन महोत्सव का यह आयोजन न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम है, बल्कि यह राज्य की हरियाली बढ़ाकर जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी सहायक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उत्तर प्रदेश एक बार फिर हरियाली के मामले में देश का नेतृत्व करने को तैयार है।