Aero City Kanpur: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच और शहरी विकास की मजबूत नीति के तहत कानपुर अब नए शिखर की ओर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश का यह औद्योगिक शहर अब एयरो सिटी और नॉलेज सिटी जैसी दो मेगा परियोजनाओं के माध्यम से आवास, वाणिज्य, शिक्षा और नवाचार का केंद्र बनने जा रहा है। इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 1240 करोड़ रुपये है, जो कानपुर की आर्थिक, सामाजिक और संरचनात्मक प्रगति को नई दिशा देगी।
एयरोट्रोपोलिस: हवाई अड्डे के पास बस रही है नई ‘Aero City Kanpur‘
न्यू चकेरी एयरपोर्ट के पास 300 एकड़ क्षेत्र में बन रही Aero City Kanpur परियोजना, आधुनिक शहरी जीवनशैली की मिसाल होगी। लगभग 360 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना पीपीपी मॉडल पर आधारित है और इसे कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
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यह क्षेत्र राष्ट्रीय राजमार्ग-34 से सीधे जुड़ा है, जिससे यहां निवेश और आवासीय मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है। एयरोट्रोपोलिस मॉडल के तहत यह परियोजना हवाई अड्डे के आस-पास एक उच्च गुणवत्ता वाला आवासीय और वाणिज्यिक उपक्षेत्र तैयार करेगी।
रोजगार, निवेश और आधारभूत ढांचे में होगा जबरदस्त इजाफा
एयरो सिटी का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा, जिसमें आधुनिक अवसंरचना, व्यवसायिक हब, आवासीय ब्लॉक, हरित क्षेत्र और अत्याधुनिक कनेक्टिविटी का समावेश होगा। यह न केवल शहर के राजस्व में बढ़ोतरी करेगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करेगा। हवाई यातायात और औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि को देखते हुए यह एक दीर्घकालिक रणनीतिक निवेश साबित होगा।
Knowledge City Kanpur: शिक्षा और नवाचार का भविष्य बन रहा है कानपुर
आईआईटी कानपुर के निकट विकसित की जा रही नॉलेज सिटी अब सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि कानपुर के भविष्य की पहचान बन रही है। यह परियोजना 359 एकड़ में फैली है और इसकी लागत लगभग 880 करोड़ रुपये है। यह भी पीपीपी मॉडल पर आधारित है।

नॉलेज सिटी में राष्ट्रीय डिज़ाइन संस्थान (NID), तकनीकी विश्वविद्यालय, अनुसंधान केंद्र, बायोटेक संस्थान, साइंस म्यूज़ियम, और प्रशिक्षण संस्थान जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं, जो इस क्षेत्र को एक ग्लोबल एजुकेशन और इनोवेशन हब में बदल देंगे।
कनेक्टिविटी और समावेशिता में नया मुकाम
नॉलेज सिटी को बाहरी रिंग रोड (Outer Ring Road) और 60 मीटर चौड़ी धमनी सड़क से जोड़ा जा रहा है, जिससे इसकी पहुंच और लॉजिस्टिक्स में बड़ी आसानी होगी। आईआईटी कानपुर की निकटता इसे शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है।
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स्थानीय युवाओं को मिलेगा नया भविष्य, शहर को नई पहचान
इन दोनों परियोजनाओं से न केवल कानपुर में स्थानीय रोजगार और व्यवसायिक अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में भी योगदान देंगी। यह शहर अब औद्योगिक परंपरा से आगे बढ़कर शहरी नवाचार और बौद्धिक विकास का केंद्रबनने की ओर अग्रसर है।
एयरो सिटी और नॉलेज सिटी के प्रमुख तथ्य , एक नजर में
एयरो सिटी
- एजेंसी: केडीए
- लागत: ₹360 करोड़
- क्षेत्रफल: 300 एकड़
- स्थान: न्यू चकेरी एयरपोर्ट के पास
- विकास मॉडल: PPP
- उपयोग: आवासीय + वाणिज्यिक
- कनेक्टिविटी: NH-34 से डायरेक्ट लिंक
नॉलेज सिटी
- एजेंसी: केडीए
- लागत: ₹880 करोड़ (भूमि अधिग्रहण सहित)
- क्षेत्रफल: 359 एकड़
- स्थान: आईआईटी कानपुर के निकट
- विकास मॉडल: PPP
- उपयोग: शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थान
- कनेक्टिविटी: आउटर रिंग रोड और 60 मीटर चौड़ी धमनी सड़क
कानपुर अब सिर्फ एक औद्योगिक शहर नहीं रहेगा, बल्कि शहरी नवाचार, तकनीकी शिक्षा और वैश्विक निवेश का गढ़ बनने की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इन योजनाओं का क्रियान्वयन उत्तर प्रदेश के शहरी विकास की एक नई कहानी लिखेगा।
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