भारत बायोटेक : नाक से दी जाएगी कोविड-19 की बूस्टर डोज
Bharat Biotech ने अपनी बूस्टर डोज बना चुकी है, जिसका तीसरा चरण पूरा करने के लिए DGIC को पत्र भी लिख दिया गया है। इसे 28 दिन जमा कर सकते हैं।

देश में कोरोना वायरस संक्रमण COVID-19 ) के मामले एक बार फिर से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। बता दें कि साउथ अफ्रीका से आए नए वेरिएंट ओमिक्रोन अब भारत में तेजी से पैर पसार रहा है ऐसे में वैक्सीन निर्माता कंपनियां बूस्टर डोज देने पर जोर दे रही हैं। भारत के प्रमुख वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ( Bharat Biotech ) ने नाक से दिए जाने वाली कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक ( intranasal vaccine ) का तीसरा चरण शुरू करने के लिए DGCI को आवेदन दे दिया है।
न्यूज पोर्टल अमर उजाला पर प्रकाशित की गई ख़बर में सूत्रों के हवाले से जानकारी साझा की गई है की सोमवार को भारत बायोटेक की बनाई गई बूस्टर खुराक उन लोगों को दी जा सकेगी जिन्होंने कोवाक्सिन (cowaxin ) या कोविशील्ड (Covidshield ) का टीका लगवाया है।

फरवरी से आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर
देश में जिस प्रकार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में एक बार फिर से बढ़ रहे हैं ऐसे में वैज्ञानिकों द्वारा अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। जानकारी सामने आई है कि फरवरी 2022 में तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है।
28 दिन तक स्टोर कर सकते हैं भारत बायोटेक की यह बूस्टर डोज
नाक से दी जाने वाली भारत बायोटेक कि यह बूस्टर डोज का टीकाकरण करने में काफी आसानी होगी क्योंकि शीशी खुलने के बाद भी टीका खराब नहीं होगा। औषधीय महानियंत्रक ने वैक्सीन के उपयोग को निर्माण से 12 महीने की अवधि तक इस्तेमाल करने की इजाजत प्रदान की है। वही कंपनी द्वारा कहा गया कि स्वास्थ्य कर्मियों को शीशी खोलने और उसके बाद दवा की बर्बादी के चिंता करने की जरूरत नहीं है। शीशी खुलने के बाद भी इसे दो से 8 डिग्री सेल्सियस के टेंपरेचर पर स्टोर करके रखा जा सकता है और अगले दिन इस्तेमाल किया जा सकता है। इतना ही नहीं यह 28 दिन तक खुली शीशी में रह सकती है।
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