UP Skill Development Mission 2025: उत्तर प्रदेश, जो देश का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, अब अपनी सबसे बड़ी ताकत ‘युवा शक्ति’ को विश्वस्तरीय कुशल मानव संसाधन में बदलने की दिशा में निर्णायक कदम उठा रहा है। 20 करोड़ की जनसंख्या में 60 प्रतिशत युवा हैं, जिनमें से 55 प्रतिशत की उम्र 25 साल से कम है। यह जनांकिकीय लाभांश (Demographic Dividend) राज्य के लिए अगले 20-30 वर्षों तक एक सुनहरा अवसर बन सकता है।
एआई से एग्रीकल्चर तक: रुचि आधारित उच्च गुणवत्ता प्रशिक्षण
योगी सरकार का लक्ष्य है कि युवाओं को उनकी रुचि के अनुसार, उच्च गुणवत्ता और आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, रोबोटिक्स जैसी नई तकनीकों से लेकर पारंपरिक कृषि क्षेत्र तक शामिल हैं। यह प्रशिक्षण राज्य के शीर्ष शिक्षण संस्थानों के माध्यम से, प्रमुख औद्योगिक घरानों के सहयोग से प्रदान किया जाएगा। ज़रूरत पड़ने पर युवाओं को विदेश भी भेजा जाएगा।

वर्ल्ड बैंक प्रेसिडेंट भी हुए यूपी के विज़न से प्रभावित
हाल ही में वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने उत्तर प्रदेश का दौरा किया। उन्होंने राज्य के मैन्युफैक्चरिंग पोटेंशियल की सराहना करते हुए कहा कि यूपी वैश्विक विनिर्माण केंद्र बन सकता है। इसका श्रेय राज्य सरकार की कौशल विकास पर केंद्रित रणनीति को जाता है।
149 आईटीआई अपग्रेड, 60 और पर एमओयू प्रक्रिया में
सरकार ने टाटा समूह के सहयोग से 149 सरकारी आईटीआई को आधुनिक रूप दिया है। इसके अलावा, 60 और संस्थानों को अपग्रेड करने के लिए एमओयू प्रक्रिया में है। अब यह पहल सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों तक भी बढ़ाई जा रही है। ‘स्टेट इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क’ के तहत पहले चरण में 45 पॉलिटेक्निक कॉलेजों का चयन किया गया है जिन्हें अत्याधुनिक मशीनरी और एआई, डेटा साइंस जैसे कोर्स से लैस किया जा रहा है।
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‘एआई प्रज्ञा’ से 10 लाख युवाओं को मिलेगी नई पहचान
‘एआई प्रज्ञा’ नामक विशेष अभियान के तहत, 10 लाख युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सुरक्षा और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण वैश्विक नौकरी बाजार की मांगों के अनुसार तैयार किया जा रहा है।
कृषि में भी नवाचार: यूपी एग्रीज योजना से 10 लाख किसान प्रशिक्षित होंगे
वर्ल्ड बैंक के साथ साझेदारी में शुरू की गई ‘यूपी एग्रीज’ योजना के तहत बुंदेलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत 10 लाख किसानों को प्रशिक्षण मिलेगा, जबकि 500 किसानों को विदेश में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा।
मिशन मोड में काम कर रहे कई विभाग | UP Skill Development Mission 2025
इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, राजस्व, और सचिवालय प्रशासन जैसे विभागों को एकीकृत किया गया है, ताकि स्किलिंग कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके।
पारंपरिक हुनर को भी मिलेगा सम्मान
सरकार पारंपरिक पेशों से जुड़े युवाओं को भी पीछे नहीं छोड़ रही। ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’, ‘स्वरोजगार संगम योजना’ और ‘स्किल डेवलपमेंट मिशन’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से इन युवाओं को आधुनिक उपकरण और प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे हैं।
आंकड़े जो दिखाते हैं बदलाव
- 25 लाख युवा अब तक आईटीआई और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स से प्रशिक्षित।
- 10.20 लाख को मिला रोजगार।
- 3.68 लाख से अधिक लोगों को मिला ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’।
- 22,000+ युवाओं को स्वरोजगार योजना से लाभ।
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96 लाख एमएसएमई यूनिट्स को चाहिए स्किल्ड मैनपावर
उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक 96 लाख MSME इकाइयों वाला राज्य है। इन इकाइयों को निरंतर कुशल कार्यबल की आवश्यकता है। निवेश बढ़ने के साथ, प्रशिक्षित युवाओं की मांग भी तेज़ी से बढ़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए, सरकार अब स्किल डेवलपमेंट को स्थानीय और उद्योग विशेष जरूरतों से जोड़ रही है।
उत्तर प्रदेश की युवा शक्ति, अगर सही दिशा और प्रशिक्षण पाती है, तो न सिर्फ राज्य बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है। योगी सरकार की यह पहल भविष्य के भारत की नींव मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
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